पिछले 5 वर्षों में बिहार ने सबसे ज्यादा सरकारी नौकरी दी है।
इतना ही नहीं इन भर्तियों की सबसे खास बात यह थी कि हर भर्ती स्थायी आधार पर हुई है, वेतन भी बहुत अच्छा है।
बीपीएससी ने नियमित रूप से रिक्तियों को भरने की कोशिश की है… समय पर परीक्षा आयोजित की और समय पर परिणाम भी दिया।
लेक्चरर, सिविल सर्विसेज, इंजीनियरिंग सेवाओं के लिए बहुत सारी रिक्तियां थीं (ज्यादातर हायरिंग ग्रुप ए और बी के लिए थी)
यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी इतनी संख्या में रिक्तियों का उत्पादन नहीं किया है।
अभी भी ग्रुप सी स्तर और लिपिक पद की भर्ती कम थी और भ्रष्टाचार के कारण अटकी हुई थी, लेकिन फिलहाल खबर है कि ग्रुप सी और लिपिक की भर्ती भी बहुत जल्द होगी..शिक्षकों की भर्ती भी जारी है।
तो यह कहा जा सकता है कि बिहार ने पिछले 5 वर्षों में सबसे ज्यादा सरकारी नौकरियां दी हैं।
रोजगार सृजन में झारखंड सबसे दयनीय राज्य था।
पश्चिम बंगाल, एमपी, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, दक्षिणी और उत्तर पूर्वी राज्य … बिहार द्वारा सृजित नौकरियों का एक चौथाई हिस्सा हीं बनाया।
इसके लिए बिहार की प्रशंसा की जानी चाहिए।