नई दिल्ली (NewDelhi) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) यूरोप (Europe) के निजी दौरे पर रवाना हो गए हैं। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने और उसी दिन शुरू होने वाले संसद के आगामी मानसून सत्र में भाग लेने के लिए उनके सप्ताहांत तक लौटने की उम्मीद है।
दूसरी ओर, कांग्रेस गुरुवार को ‘भारत जोड़ी यात्रा’ (संयुक्त भारत अभियान) की योजना बनाने के लिए बैठक करने वाली है, जो 2 अक्टूबर से शुरू होगी। उनकी मां, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, इसकी अध्यक्षता करेंगी। उस बैठक से राहुल गांधी की अनुपस्थिति से उनके नेतृत्व के बारे में अटकलों को हवा मिलने की संभावना है।
श्री राहुल गांधी को अक्सर उनकी विदेश यात्राओं के लिए भाजपा द्वारा दंडित किया गया है, जो कभी-कभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर महत्वपूर्ण कांग्रेस की बैठकों के साथ मेल खाता है। इस सब ने कांग्रेस के राजनीतिक विरोधियों को राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता और कई राज्यों में चुनावी आपदाओं के बाद अपनी पार्टी को पुनर्जीवित करने में राष्ट्रीय भूमिका निभाने की उनकी मंशा पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित किया है। वह पिछले महीने भी देश से बाहर थे, यही वजह है कि पार्टी की राज्यसभा की नामांकन सूची में देरी हुई, उन्हें प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपनी पूछताछ स्थगित करनी पड़ी क्योंकि वह देश से बाहर थे। जब वह एक पत्रकार मित्र और उसकी पत्नी की शादी में शामिल होने के लिए नेपाल गए थे, तब भी उन्होंने विवाद खड़ा कर दिया था।
जब वह एक पत्रकार मित्र की शादी में शामिल होने के लिए नेपाल गए थे, तब भी उन्होंने विवाद खड़ा कर दिया था, और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खोजी गईं।