मंगलवार को उदयपुर (Udaipur) में एक दुकानदार की खुलेआम हत्या कर दी गई, जिससे अशांति फैल गई। दुकानदार कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) को दो लोगों ने मार डाला, जिन्होंने उसका सिर काट दिया और फिर एक वीडियो बनाया जिसमें उन्होंने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के पक्ष में एक सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में हत्या की बात स्वीकार की।
मंगलवार शाम को पुलिस ने राजसमंद जिले के भीम पड़ोस में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। भागने के प्रयास में आरोपितों को पकड़ लिया गया।
जानकारी के मुताबिक, हत्या दुकानदार के आठ साल के बेटे द्वारा भारतीय जनता पार्टी की नेता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) का समर्थन करने वाले एक पोस्ट के जवाब में की गई थी । हाल ही में नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मुहम्मद पर विभाजनकारी टिप्पणी ने सुर्खियां बटोरीं।
सोशल मीडिया पर मंगलवार को सामने आए एक वीडियो में दो लोग उदयपुर में एक दर्जी के पास पहुंचे और उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। दो लोगों को उनके द्वारा पोस्ट किए गए एक अलग वीडियो में हत्या की बात कबूल करते हुए और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को धमकी देते हुए सुना गया।
दो पुरुषों में से एक को तीसरे वीडियो में मंगलवार को उदयपुर (Udaipur) में हुई घटना के समान कार्य करने के अपने इरादों पर चर्चा करते हुए सुना गया, जिसे 17 जून को शूट किया गया था और मंगलवार को हत्या के तुरंत बाद सामने आया।
उदयपुर (Udaipur) पुलिस अधीक्षक ने टिप्पणी की, “एक नृशंस हत्या को अंजाम दिया गया है, और अपराध की पूरी तरह से जांच की जाएगी। कई नामित प्रतिवादी नहीं हैं।”
हत्या से उदयपुर (Udaipur) में अशांति फैल गई और राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot)ने शांति की अपील जारी की। गहलोत ने ट्वीट किया “मैं उदयपुर में युवाओं की भीषण हत्या से घृणा करता हूं। इस त्रासदी में शामिल सभी अपराधियों को कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा, और पुलिस स्थिति की अच्छी तरह से जांच करेगी। मैं सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं”।
पूरे उदयपुर (Udaipur) में प्रदर्शनों के बीच हिंदू संगठनों ने आयोजन के मद्देनजर बाजार बंद कर दिए। क्रूर कृत्य के विरोध में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। स्थिति बिगड़ने पर जिलाधिकारी ताराचंद मीणा व पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी पहुंचे। अगले 24 घंटों के लिए क्षेत्र में इंटरनेट (Internet) सेवा बंद कर दी गई है।